भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा, ‘त्योहार आने वाले हैं और लोग अपने-अपने घरों की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं। अगर आप सार्वजनिक वाहन से यात्रा करने की सोच रहे हैं तो आपके संक्रमित होने का खतरा अधिक होगा ऐसे में जरूरी होने पर ही निजी वाहन का प्रयोग करें। त्योहारों को सादगी से मनाएं।
भार्गव ने बूस्टर डोज को लेकर सवालों का जवाब देते हुए कहा, ‘अभी बूस्टर डोज का कोई महत्व नहीं है। अब दो डोज पूरी करना ज्यादा जरूरी है। कुछ राज्यों में हमने एक अध्ययन किया है, जिसमें पाया गया है कि एंटीबॉडी लंबे समय तक शरीर में बना रहता है।
केंद्र सरकार ने कहा कि देश की 69% वयस्क आबादी को कोविड-19 वैक्सीन की कम से कम एक डोज पूरा हो चुका है, जबकि 25 फीसदी को दोनों डोज पूरे हो चुके हैं। ग्रामीण इलाकों में कोविड-19 वैक्सीन की 64.1 फीसदी डोज दी जा चुकी है, जबकि शहरी इलाकों में 35 फीसदी डोज दी गई है। जबकि कुल 67.4 लाख डोज (करीब 0.88 फीसदी) टीकाकरण केंद्रों पर दी गई जो ग्रामीण/शहरी के रूप में सूचीबद्ध नहीं हैं।
कोविड-19 महामारी की संभावित तीसरी लहर की चर्चाओं के बीच केंद्र सरकार ने आगामी त्योहारों को देखते हुए लोगों से अपील की है। और केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि केरल में कोविड-19 के मामले कम होने लगे हैं। लेकिन यह अभी भी देश में सबसे बड़ी संख्या है। स्वास्थ्य सचिव ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि त्योहार के अवसर पर भीड़भाड़ से बचें, मास्क लगाएं और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करें। और स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी कर कंटेनमेंट जोन में किसी भी तरह के भीड़भाड़ वाले कार्यक्रम का आयोजन नहीं करने की चेतावनी दी है।