अभी कुछ दिनों पहले नामीबिया से भारत की धरती पर लाए गए चीतों को मध्यप्रदेश के कुनो राष्ट्रीय उद्यान में क्वारंटाइन पीरियड में रखा गया था। अब यह क्वारंटाइन समयावधि समाप्त हो चला है जिसके पश्चात आठ चीतों में से दो को छोटे बाड़े से निकाल कर बड़े बाड़े में छोड़ा गया। जिसे पीएम मोदी ने आज अपने ट्विटर हैंडल से एक वीडियो ट्वीट कर अपनी प्रसन्नता जाहिर की।
पीएम मोदी ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि “अच्छी खबर, जरूरी क्वारंटाइन के बाद, 2 चीतों को कुनो राष्ट्रीय उद्यान में बड़े बाड़े में छोड़ा गया है, जल्द ही अन्य सभी को भी वन में छोड़ा जाएगा। सभी चीते स्वस्थ हैं, सक्रिय हैं और अच्छी तरह से तालमेल बिठा रहे हैं”
Great news! Am told that after the mandatory quarantine, 2 cheetahs have been released to a bigger enclosure for further adaptation to the Kuno habitat. Others will be released soon. I’m also glad to know that all cheetahs are healthy, active and adjusting well. 🐆 pic.twitter.com/UeAGcs8YmJ
— Narendra Modi (@narendramodi) November 6, 2022
कुनो राष्ट्रीय उद्यान के प्रभागीय वन अधिकारी (DFO) ने इस बात की पुष्टि की है कि दो चीता को क्वारंटाइन से निकालकर बीते दिन बड़े बाड़े में छोड़ा गया। अन्य छह चीतों को भी एक निश्चित प्रोटोकाल के तहत चरणबद्ध रूप से बड़े बाड़ों में स्थानांतरित किया जाएगा। उन्होंने आगे बताया कि बड़ा बाड़ा का क्षेत्र लगभग पांच वर्ग कि.मी. से अधिक है। अधिकारी के अनुसार अब आठों चीतों जिनमें पांच मादा और तीन नर शामिल हैं उनको को भी बड़े बाड़े में उचित समय पर छोड़ा जाएगा। यह प्रयास चीतों को भारत में पुन: बसाने की योजना के तहत किया जा रहा जो बीते दिनों नामीबिया से 17 सितंबर को कुनो राष्ट्रीय उद्यान लाया गया था।
पीएम मोदी ने इन सभी चीतों को उनके लिए निर्धारित विशेष प्रकार के बाड़ों में छोड़ा था। जो की शनिवार 5 नवंबर को इन्होंने भारत में 50 दिन पूरे कर लिए हैं। प्रारंभ में योजना के तहत इन सभी आठ चीतों (जिनके नाम फ्रेडी, एल्टन, सवाना, सशा, ओबान, आशा, चिबिली और साईसा है) को एक माह के लिए अलग अलग रखा गया था। विशेषज्ञों की माने तो सामान्यत: किसी भी जंगली जानवर के स्थानांतरण करने से पूर्व और पश्चात एक महीने के लिए आइसोलेशन में रखा जाता है, जिससे की उनके साथ आए किसी प्रकार का संक्रमण वर्तमान देश में फैल न जाए। इस लिए इन सावधानियों को ध्यान में रखा जाता है।