अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल (Kabul) के हालात सुधर नहीं रहे हैं. राजधानी काबुल के अंतरिम मेयर का कहना है कि देश में नए तालिबान शासकों ने काबुल की अनेक महिला कर्मचारियों को काम नहीं करने अथवा घर पर ही रहने का आदेश दिया है
अंतरिम मेयर हमदुल्लाह नामोनी ने बताया कि केवल उन्हीं महिला कर्मचारियों को काम करने की अनुमति होगी जो कार्य पुरुष कर्मचारी नहीं कर सकते. और आगे कहा कि इनमें डिजाइन और इंजीनियरिंग विभागों में कुशल कामगारों के अलावा महिलाओं के लिए सार्वजनिक शौचालयों की देखरेख करने वाली महिलाएं भी शामिल हैं.
मेयर ने कहा कि काबुल नगर निकाय विभागों में कार्यरत महिला कर्मचारियों के लिए अंतिम फैसला अभी नहीं लिया गया है. उनके अनुसार अफगानिस्तान में तालिबानी सत्ता से पहले तक शहर में लगभग सभी विभागों में 3,000 कर्मचारियों में एक तिहाई संख्या महिला कर्मचारियों की थी.
नामोनी की टिप्पणियां इस ओर इशारा करती हुयी नजर आ रही है कि तालिबान सार्वजनिक जीवन में महिलाओं पर पाबंदियां लगाने समेत इस्लाम की कठोर व्याख्या को लागू कर रहा है, जबकि उसने सहिष्णुता और समावेशिता का आश्वासन दिया था. 1990 के शासन के दौरान भी तालिबान ने कुछ इसी तरह के फैसले लेते हुए लड़कियों और महिलाओं को स्कूल जाने और नौकरी करने पर प्रतिबंध लगा दिया था.