Saturday, July 27, 2024
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    लाल किले के प्राचीर से 88 मिनट के संबोधन में PM मोदी ने दिया देश को संदेश

    देश आज 75वां स्‍वतंत्रता दिवस (75th Independence Day) मना रहा है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से अपने 88 मिनट के संबोधन में अलग-अलग मुद्दों पर बात की. लाल किले के कार्यक्रम से पूर्व सुबह प्रधानमंत्री मोदी ने राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी की समाधि राजघाट पर पुष्‍प चढ़ा कर उन्‍हें याद किया. स्‍वतंत्रता दिवस के अवसर पर यह पहला मौका था जब लाल किले पर पुष्प वर्षा भी हुई. वहां ओलंपिक में भारत को गोल्ड मेडल दिलाने वाले जावेलिन के खिलाड़ी नीरज चोपड़ा के साथ कई अन्य खिलाड़ी भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

    प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में आज देश के युवाओं, किसानों, नारी शक्ति तथा अन्‍य योजनाओं के लिए क्‍या कहा उसका कुछ अंश…….

    यही समय है, सही समय है. भारत का अनमोल समय है. असंख्य भुजाओं की शक्ति है, हर तरफ देश की भक्ति है. तुम उठो तिरंगा लहरा दो, भारत के भाग्य को फहरा दो. यही समय है, सही समय है, भारत का अनमोल समय है, कुछ ऐसा नहीं जो कर ना सको. कुछ ऐसा नहीं जो पा ना सको, तुम उठ जाओ, जुट जाओ, समार्थ्य को अपने पहचानो, कर्तव्य को अपने सब जानो. यही समय है, सही समय है.

    मैं भविष्य नहीं देख सकता. कर्म पर यकीन रखता हूं. किसान, बेटियों, देश के युवा पर मेरा  विश्वास है. मुझे विश्वास है कि आजादी के 100 साल के मौके (2047) पर जो भी प्रधानमंत्री होंगे, वे अपने भाषण में जिन सिद्धियों का वर्णन करेंगे, जो आज देश संकल्प कर रहा है. जो आज में संकल्प के रूप में बोल रहा हूं वे 25 साल बाद सिद्धि के रूप में बोलेंगे. आज जो युवा हैं, वे उस समय देखेंगे कि कैसे देश ने यह कमाल कर दिखाया. हमारी ताकत हमारी एकजुटता है. यह समय साझा स्वप्न देखने, साझा संलल्प करने, साझा कोशिश करने का.

    दूसरे विश्व युद्ध के बाद वैश्विक संबंधों का रूप बदल गया था. कोरोना काल के बाद भी ऐसा हुआ. कोरोना काल के भारत के प्रयासों को दुनिया ने सराहा. दुनिया भारत को नई दृष्टि से देख रही. भारत आतंकवाद, विस्तारवाद दोनों ही चुनौतियों से लड़ रहा. हिम्मत के साथ जवाब भी दे रहा. सेना के हाथ मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.

    आर्टिकल 370 हटाना, जीएसटी लाना, फौजियों के लिए वन पेंशन, अयोध्या का शांतिपूर्वक समाधान यह पिछले कुछ वक्त में देखा. ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा, जम्मू कश्मीर में पहली बार BDC चुनाव भारत की संकल्प शक्ति बताता है. भारत में रिकॉर्ड विदेशी निवेश आ रहा है. सर्जिकल, एयर स्ट्राइक से दुश्मनों को नए भारत का संदेश दिया. यह बताता है कि भारत बदल रहा, भारत कठिन से कठिन फैसले भी ले सकता है, भारत झिझकता नहीं है. 

    पीएम मोदी  ने नेशनल हाइड्रोजन मिशन की घोषणा की. मोदी बोले कि यह ऊर्जा के क्षेत्र में यह भारत की नई प्रगति होगी, भारत इससे आत्मनिर्भर बनेगा. इससे ग्रीन जॉब के लिए अवसर खुलेंगे. 

    File Photo : PM Modi

    मुझे कई गुजारिश मिलीं कि बेटियां भी सैनिक स्कूल में पढ़ना चाहती हैं. दो-ढाई साल पहले मिजोरम के सैनिक स्कूल में प्रयोग के तौर पर बेटियों को एडमिशन देने का फैसला लिया गया था. अब देश के सभी सैनिक स्कूलों में बेटियों का भी एडमिशन हो सकेगा. इन्हें बेटियों के लिए खोल दिया जाएगा.

    नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भाषा रुकावट नहीं बनेगी. खेल को इसका मुख्य हिस्सा बनाया गया है. यह पाठ्येतर नहीं है. अब खेल के लिए जागरूकता आई है. माता-पिता का नजरिया बदला है. ओलंपिक भी एक बड़ा टर्निंग पाइंट है. बोर्ड का रिजल्ट हो या ओलंपिक का मैदान, बेटियां बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं. हर कार्यक्षेत्र में समान सहभागिता की कोशिश करनी है.

    देश के सैंकड़ों पुराने कानूनों को खत्म किया गया. कोरोना काल में भी 15 हजार से ज्यादा अनुपालनों को खत्म किया. 200 साल पहले से एक कानून चला आ रहा था, इसकी वजह से देश के नागरिक को मैपिंग (नक्शा) बनाने की स्वतंत्रता नहीं थी. इसके लिए सरकार से इजाजत लेनी होती थी. ऐसे कानूनों का बोझ लेकर चलना ठीक नहीं था. ऐसे बेवजह वाले कानूनों को खत्म किया गया. मोदी बोले, ‘मैं आज आह्वान कर रहा हूं, केंद्र हो या राज्य सभी के विभागों से, सभी सरकारी कार्यालयों से. अपने यहां नियमों-प्रक्रियाओं की समीक्षा का अभियान चलाइए. हर वो नियम, हर वो प्रक्रिया जो देश के लोगों के सामने बाधा बनकर, बोझ बनकर, खड़ी हुई है, उसे हमें दूर करना ही होगा.’

    भारत को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण में होलिस्टिक अप्रोच अपनाने की भी जरूरत है। भारत आने वाले कुछ ही समय में प्रधानमंत्री गतिशक्ति- नेशनल मास्टर प्लान को लॉन्च करने जा रहा है. देश ने संकल्प लिया है कि आजादी के अमृत महोत्सव के 75 सप्ताह में 75 वंदेभारत ट्रेनें देश के हर कोने को आपस में जोड़ रही होंगी। आज जिस गति से देश में नए एयरपोर्ट का निर्माण हो रहा है, उड़ान योजना दूर-दराज के इलाकों को जोड़ रही है, वो भी अभूतपूर्व है.

    जो भी बनाएं बेस्ट बनाएं, जो वैश्विक स्तर पर टिक सके.  हर प्रोडक्ट के साथ सिर्फ कंपनी का नाम नहीं जाता, इसके साथ देश की इमेज जुड़ी होती है. हर प्रोडक्ट देश का ब्रांड एंबेसडर है. देश के लोगों को अगली पीढ़ी का बुनियादी ढांचा, विश्वस्तरीय निर्माण, अत्याधुनिक नवाचार, नए जमाने की तकनीक के लिए काम करना होगा.

    छोटे किसानों पर अब तक ध्यान नहीं दिया गया है. कृषि सेक्टर की चुनौतियों पर ध्यान देना होगा. किसानों की जमीन लगातार छोटी हो रही है. 80 फीसदी किसानों के पास 2 हेक्टर से कम जमीन है. मोदी ने 80 फीसदी किसानों के उत्थान का नारा देते हुए कहा, ‘छोटा किसान बने देश की शान.’

    File Photo : PM Modi

    सभी के सामर्थ्य को उचित अवसर देना, यही लोकतंत्र की असली भावना है. जम्मू हो या कश्मीर, विकास का संतुलन अब ज़मीन पर दिख रहा है. जम्मू कश्मीर में डी-लिमिटेशन कमीशन का गठन हो चुका है और भविष्य में विधानसभा चुनावों के लिए भी तैयारी चल रही है. लद्दाख भी विकास की अपनी असीम संभावनाओं की तरफ आगे बढ़ चला है. एक तरफ लद्दाख, आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण होते देख रहा है तो वहीं दूसरी तरफ ‘सिंधु सेंट्रल यूनिवर्सिटी’ लद्दाख को उच्च शिक्षा का केंद्र भी बनाने जा रही है.

    हमारा पूर्वी भारत, नॉर्थ ईस्ट, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख सहित पूरा हिमालय का क्षेत्र हो, हमारी कोस्टल बेल्ट या फिर आदिवासी अंचल हो, ये भविष्य में भारत के विकास का बड़ा आधार बनेंगे. आज नॉर्थ ईस्ट में कनेक्टिविटी का नया इतिहास लिखा जा रहा है. ये कनेक्टिविटी दिलों की भी है और इंफ्रास्ट्रक्चर की भी है. बहुत जल्द नॉर्थ ईस्ट के सभी राज्यों की राजधानियों को रेलसेवा से जोड़ने का काम पूरा होने वाला है.

    मोदी बोले – गरीबों को पोषणयुक्त चावल किया जाएगा. राशन की दुकान या कहीं भी 2024 तक हर योजना के तहत मिलने वाला चावल पोषणयुक्त (फोर्टिफाई) होगा.

    पहले सरकार ने 100 फीसदी घरों में शौचालयों के निर्माण का लक्ष्य रखा था. अगले लक्ष्यों को कुछ ही वर्षों में पूरा करना है. अब हर घर जल मिशन के लिए तेजी से काम हो रहा है. सिर्फ दो साल में साढ़े चार करोड़ से ज्यादा परिवारों को नल से जल मिलना शुरू हो चुका है. 

    अमृत महोत्सव का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह गौरव कल की ओर ले जाएगा. मोदी बोले, ‘अमृतकाल 25 वर्ष का है. लेकिन इतना लंबा इंतजार नहीं करना है. अभी से जुट जाना है. यही समय है. सही समय है. हमें खुद को बदलना होगा. सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और अब सबका प्रयास, लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए बहुत जरूरी है.’

    सोचिए अगर भारत के पास अपनी वैक्सीन नहीं होती तो क्या होता, पोलियो की वैक्सीन भारत को मिलने में कितना वक्त लग गया था. लेकिन आज हमें गर्व है कि सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान भारत में चल रहा है. 54 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगवा चुके हैं. कोविन जैसी ऑनलाइन व्यवस्था, डिजिटल सर्टिफिकेट की व्यवस्था सबको आकर्षित कर रहा. भारत में जिस तरह 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज देकर गरीब का चूल्हा जलते रखा है, वह काफी बड़ी बात है.

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